कोरोना से जंग / कैबिनेट सेक्रेटरी ने राज्यों के मुख्य सचिवों को चिठ्ठी लिखी, कहा- 2 महीने में 15 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्री देश आए, लेकिन सबकी न तो जांच हुई न निगरानी

केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया है। लेकिन विदेश से लौटे काफी लोगों की जांच अभी तक नहीं हो पाई है। कैबिनेट सेक्रेटरी राजीव गाबा ने राज्यों के मुख्य सचिवों को चिठ्ठी लिखकर चिंता जताई है। उन्होंने अपनी चिठ्ठी में राज्यों को बताया है कि पिछले 2 महीने के भीतर देश में 15 लाख लोग विदेश से लौटे हैं। लेकिन न तो सबकी जांच हुई और न ही इनकी निगरानी की जा रही है। ऐसे में केंद्र सरकार के कोविड-19 को फैलने से रोकने की कोशिश बेकार हो सकती है। क्योंकि देश में ज्यादातर संक्रमित हाल ही में विदेश यात्रा से लौटे हैं। 


राजीव गाबा ने अपनी चिठ्ठी में राज्यों को चेताया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने से पहले विदेश यात्रा से लौटे और अभी क्वारैंटाइन किए गए लोगों की संख्या में अंतर है। ऐसे में उन्होंने राज्य सरकारों को विदेश यात्रा से लौटे लोगों पर निगरानी बढ़ाने के लिए कहा है। उन्होंने आगे लिखा जैसा कि आप सभी को पता है कि हमने 18 जनवरी से एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग शुरू की थी। मुझे ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने यह बताया है कि 23 मार्च तक हमने कोविड-19 की निगरानी के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से उन 15 लाख लोगों की सूचना साझा की, जो विदेश से लौटे थे। हालांकि, इस संख्या और क्वारैंटाइन किए गए लोगों की संख्या में काफी फर्क है। कैबिनेट सचिव ने अपनी चिठ्ठी में निगरानी में रखे गए लोगों की संख्या का खुलासा नहीं किया है। हालांकि, उन्होंने साफ कर दिया है कि मौजूदा हालात में विदेश यात्रा से लौटे लोगों पर कड़ी नजर रखना अहम है। 


सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश गाइडलाइन का पालन करें : कैबिनेट सचिव


उन्होंने आगे कहा कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय लगातार राज्यों से अपील कर रहा है कि वे विदेश यात्रा से लौटे लोगों की मॉनिटरिंग पर जोर दें। ऐसे में मैं भी आपसे अपील करता हूं कि स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करने में सभी राज्य पूरी तरह से जुट जाएं। उन्होंने राज्य के मुख्य सचिवों से जिला प्रशासन के सम्पर्क में रहकर निगरानी के लिए कहा है। हालांकि, राज्यों को इस काम में परेशानी आ रही है। 


राज्यों को विदेश से लौटे लोगों को ढूंढने में परेशानी हो रही
बिहार के मुजफ्फरपुर और सारण जिलों में अधिकारियों को इमिग्रेशन कार्यालय से जिन 500 लोगों की सूची मिली थी, उनमें से केवल 385 का ही पता लगाया जा सका। कई मामलों में तो लोगों ने एयरपोर्ट पर अंतरराष्ट्रीय नंबर बताए। ऐसे में उन लोगों को ढूंढने में दिुक्कत हो रही है। सारण के कलेक्टर सुब्रत कुमार ने बताया कि राज्य की आंगनवाड़ियों में काम करने वाले कर्मचारियों की मदद से 300 में से 250 लोग ट्रैक किए गए। कई ऐसे लोग हैं, जिन्हें अब तक ढूंढा नहीं जा सका है। 


स्वास्थ्य मंत्रालय ने विदेश यात्रा से लौटे करीब 8 लाख यात्रियों की स्क्रीनिंग की
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक हवाईअड्डों पर करीब 8 लाख से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई है, जिनमें 1,921 यात्रियों में रोग के लक्षणों की पहचान की गई है, जबकि 33,599 यात्री निगरानी में हैं। 


देश में कोरोना के 790 मामले सामने आए
देश में कोरोनावायरस संक्रमण के अब तक 790 मामले सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा 39 नए मामले केरल में सामने आए। कोरोनावायरस से देश में 21वीं मौत शुक्रवार को कर्नाटक के तुमकुर में हुई। संक्रमित व्यक्ति की उम्र 65 साल थी। वह 5 मार्च को दिल्ली गया था और 11 मार्च को लौटा था। तुमकुर के डिप्टी कमिश्नर डॉ के राकेश कुमार ने कहा कि उसके साथ सफर करने वाले सभी यात्रियों का पता लगाया जा रहा है। गुरुवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 6 लोगों ने दम तोड़ा था।



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