कंडम हाे चुकीं लो फ्लोर बसों में मोबाइल आइसोलेशन वार्ड बनाए जा रहे हैं। यह कार्य नगर निगम और सार्थक संस्था द्वारा किया जा रहा है। इन वार्डों को जरूरत के हिसाब से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकेगा।
नगर निगम कमिश्नर बी विजय दत्ता का कहना है कि इन आइसोलेशन वार्डों को कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के माध्यम से तैयार कराया जाएगा। वर्तमान में उनके डिपो में 36 कंडम बसें खड़ी हैं। इनमें से 22 बसों पर काम शुरू हो गया है। इन बसों पर वर्तमान में सीट हटाने का काम शुरू हो गया है। यह काम जल्द ही पूरा हो जाएगा। सार्थक संस्था के डायरेक्टर इम्तियाज अली ने बताया कि जब रेलवे ने कोच को आइसोलेशन वार्ड बनाने की घोषणा की, तब मोबाइल आइसोलेशन वार्ड बनाने का आइडिया दिमाग में आया। इसके बाद उन्होंने नगर निगम और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को मेल कर भोपाल में खड़ी 36 बसों को आइसोलेशन वार्ड में बदलने का प्रस्ताव दिया। इस पर निगम कमिश्नर दत्ता ने तुरंत रिस्पॉन्स दिया। उन्होंने प्रस्ताव पर चर्चा की। उन्होंने तुरंत ही इस पर काम करने कहा। साथ ही इसके लिए जरूरी सहायता उपलब्ध कराने की बात की।
32 फीट लंबी बस में लगेंगे 10 बेड, डॉक्टर का केबिन भी
अली ने बताया कि एक बस की लंबाई 32 फीट है। इसमें दस बेड लग सकते हैं। वह भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ। वहीं जहां पर बस का इंजन लगा होता है, वहां से उस स्थान को खाली करके डाॅक्टर का केबिन और दवाएं आदि रखने का काम किया जाएगा। वर्तमान में 36 बसों में से 22 बस पर आइसोलेशन वार्ड बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इसे किसी भी शहरी-ग्रामीण इलाके में ले जाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उनके पास एक एंबुलेंस है। उसे भी मोबाइल आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए जोड़ दिया जाएगा।
बेकार मेडिकल इक्यूपमेंट का भी करेंगे इस्तेमाल
अली ने बताया कि विभिन्न नर्सिंग होम पर संपर्क किया है। उनके पास जो भी मेडिकल इक्यूपमेंट कबाड़ में पड़े हैं, उन्हें लेकर सैनिटाइज और स्टरलाइज्ड करके उनका उपयोग करेंगे। शहर के करीब 10 नर्सिंग होम मेडिकल इक्यूपमेंट देने तैयार हो गए हैं। अली शहरवासियों से भी अपील कर रहे हैं कि उनके घर में पड़े ऐेसे मेडिकल उपकरण जो किसी के काम आ सकते है वह उन्हें दे सकते हैं। इसके लिए मोबाइल नंबर 9993168222 पर कॉल कर सकते हैं।